ਪਹਿਲਗਾਮ ਹਮਲੇ ਦੇ ਦੂਜੇ ਦਿਨ Pakistan ‘ਚ ਹਫੜਾ-ਦਫੜੀ, ਟਾਇਲਟ ਜਾਣਾ ਵੀ ਹੋਇਆ ਮੁਸ਼ਕਲ

ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਅਤੇ ਭਾਰਤ ਗੁਆਂਢੀ ਦੇਸ਼ ਹੋ ਸਕਦੇ ਹਨ ਪਰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚਕਾਰ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਅਤੇ ਤਣਾਅ ਦੁਸ਼ਮਣਾਂ ਵਿਚਕਾਰਲੇ ਤਣਾਅ ਵਾਂਗ ਹਨ। ਭਾਰਤ ਨੇ ਹਮੇਸ਼ਾ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਦੀ ਮਦਦ ਕੀਤੀ ਹੈ ਪਰ ਸਾਡਾ ਗੁਆਂਢੀ ਦੇਸ਼ ਮੌਕਾ ਮਿਲਣ ‘ਤੇ ਸਾਡੀ ਪਿੱਠ ਵਿੱਚ ਛੁਰਾ ਮਾਰਨ ਤੋਂ ਨਹੀਂ ਝਿਜਕਦਾ। 22 ਅਪ੍ਰੈਲ ਨੂੰ, ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਤੋਂ ਆਏ ਅੱਤਵਾਦੀਆਂ ਨੇ ਭਾਰਤ ਦੇ ਪਹਿਲਗਾਮ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਕਤਲੇਆਮ ਰਚ ਦਿੱਤਾ। 26 ਸੈਲਾਨੀਆਂ ਨੂੰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਧਰਮ ਪੁੱਛਣ ‘ਤੇ ਮਾਰ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ। ਉਦੋਂ ਤੋਂ ਭਾਰਤ ਨੇ ਪਾਕਿਸਤਾਨ ਵਿਰੁੱਧ ਕਈ ਫੈਸਲੇ ਲਏ ਹਨ।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपना 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता रोक दिया है. इस समझौते के तहत पाकिस्तान को भारत की तीन नदियों ब्यास, रावी और सतलज से पानी भेजा जाता है. लेकिन अब पहलगाम हमले के बाद भारत ने फ़िलहाल इस समझौते पर ब्रेक लगा दिया है. इसकी वजह से पाकिस्तान, जहां अभी पारा चालीस के पार चल रहा है, पानी के लिए हाहाकार मच गया है. लोगों के पास पीने से लेकर नहाने तक के पानी की किल्लत हो गई है.
त्राहिमाम कर रहे लोग
सिंधु जल समझौते के सस्पेंड किये जाने की वजह से पाकिस्तान में पानी की किल्लत हो गई है. सोशल मीडिया पर पाकिस्तानियों ने कई वीडियो शेयर किये हैं, जिसमें उनके देश में चल रही पानी की किल्लत को दिखाया गया. कई लोगों ने बाथरुम तक जाने में हो रही परेशानी लोगों के साथ साझा की. बता दें कि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल समझौता हुआ था. लेकिन अब पहलगाम हमले के बाद इस समझौते को सस्पेंड कर दिया गया है.
बौखला गया पाकिस्तान
इस जल संधि के सस्पेंड होने के बाद पाकिस्तान बुरी तरह से बौखला गया है. पाकिस्तान के पंजाब सरकार के मंत्री आजमा बोखारी ने इस हमले को भारत की ही साजिश बताकर अपना पल्ला झाड़ लिया है. साथ ही कहा कि अगर भारत ने कोई भी फैसला लिया तो इसका गंभीर परिणाम भुगतने को तैयार रहे. वहीं पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन ने कहा कि भारत इस तरह से एकतरफा इस समझौते को नहीं रोक सकता. ये संधि कानून का उल्लंघन है.